महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद संस्थापक सप्ताह समारोह कार्यक्रम में सीएम योगी हुए शामिल

गोरखपुर: यूपी के गोरखपुर में बुधवार को महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद संस्थापक सप्ताह समारोह कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि के रूप में पूर्व केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शामिल हुए.

इस दौरान आयोजन के मंच पर बतौर अध्यक्षीय संबोधन देते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि, तकनीक हमारे समाज और देश के लिए उपयोगी हो सके, यह हम सबको तय करना होगा, क्योंकि इसका व्यापक लाभ मिलने वाला है. याद रखना भारत की प्रतिभा को जब भी अवसर मिला है, एक अच्छा प्लेटफार्म मिला है, उसने अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया है. दुनिया के अंदर मनवाया है.

उन्होंने कहा कि दुनिया के अंदर भारत को आज के दिन पर कोई नजरअंदाज नहीं कर सकता. दुनिया के अंदर अगर 100 प्रतिष्ठित संस्थानों के चीफ एग्जीक्यूटिव कि जब हम बात करते हैं, उसमें से एक बड़ी संख्या भारत के नौजवानों की है. जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में अगर आप देखेंगे तो भारत की प्रतिभा वहां पर पूरी मजबूती के साथ, अपनी प्रतिभाता अपने तकनीकी ज्ञान का लोहा मनवा रही है. आगे भी इसके लिए हमें अपने आप को तैयार करना होगा.

योगी ने कहा याद रखना एक सप्ताह के इस आयोजन में विभिन्न प्रकार के आयोजन चलेंगे. लेकिन यह आयोजन एक स्वस्थ प्रतिस्पर्धा को आगे बढ़ाने के लिए भी होते हैं. एक स्वस्थ प्रतिस्पर्धा जो हमें जीवन संग्राम के योग्य बना सके. जीवन की चुनौतियों से एक नई प्रेरणा प्रदान कर सके उसके लिए होती है.

योगी ने कहा कि आज भारत दुनिया की पाचवीं बड़ी अर्थ व्यवस्था बन चुका है. भारत दुनिया के ध्रुवीकरण का केंद्र बिंदु बन चुका है. आज भारत एक आत्मनिर्भर भारत बनने की ओर अग्रसर है. भारत में अपने 25 वर्ष की आगामी यात्रा का एक रोड मैप दुनिया के सामने रख दिया है. अपने देशवासियों के सामने रख दिया है. जब देश हम अपनी आजादी के 100 वर्ष पूरा करेगा और एक महोत्सव मना रहा होगा तब हम एक विकसित भारत होंगे. लेकिन विकसित भारत इस यात्रा में हम सब की भूमिका क्या होनी चाहिए और मुझे लगता है कि, उसमें सबसे महत्वपूर्ण भूमिका स्वाभिमान के साथ अपने देश के विकास यात्रा को आगे बढ़ाने में सहभागी भी बनने की है.

पूर्व केंद्रीय मंत्री और मध्य प्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा है कि, उत्तर प्रदेश का जो प्राचीन वैभव था, उसे परम वैभव पर स्थापित करने का कार्य मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में हुआ है. एक मुख्यमंत्री के रूप में जो योगी आदित्यनाथ ने काम किया है, उसकी जितनी भी प्रशंसा की जाए मैं समझता हूं कम है. एक कालखंड था जब उत्तर प्रदेश में कोई आने को तैयार नहीं होता था, लेकिन जब प्रदेश की जनता ने योगी को मुख्यमंत्री के रूप में चुनकर उन्हे यह जिम्मेदारी दी तो आज पूरी दुनिया भर से लोग यहां आने को उत्सुक हैं.

उन्होंने कहा कि जब महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद के कृतित्व का पूरा विहंगम दृश्य देखते हैं और उसका आंकलन करते हैं तो यही कह सकते हैं कि परिषद ने शिक्षा के सर्वांगीण विकास के लिए जो काम किया है, वह अपने आप में अद्भुत है. यह निश्चित रूप से प्रेरणादाई है.

पूर्व केंद्रीय मंत्री तोमर ने कहा कि आजादी के पूर्व यह कल्पना करना की शिक्षा के माध्यम से हम एक ऐसी मंजिल खड़ी करेंगे, जो आजादी के बाद हमारे भारत को परम वैभव प्रदान करने के लिए योग्य मानवों का निर्माण करेगी. महंत दिग्विजय नाथ ने कुछ ऐसी ही संकल्पना के साथ वर्ष 1932 में इसकी नींव रखी थी. मुझे प्रसन्नता है कि जिस बीज को महंत दिग्विजय नाथ ने रोपा था, उसने महंत अवेद्यनाथ महाराज के समय में पौधे का रूप लिया और आज योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में यह वट वृक्ष के रूप में खड़ा है. जिसकी छाया में यह सारा पूर्वांचल आज अपने आप को निश्चित रूप से गौरान्वित महसूस कर रहा है.

उन्होंने कहा कि भारत निरंतर आगे बढ़ रहा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व क्षमता की पूरी दुनिया कायल है. यही वजह है कि भारत की अनदेखी करना अब दुनिया के किसी राष्ट्र में शक्ति नहीं है. इस कार्यक्रम को अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद के सदस्य राजीव कुमार ने भी संबोधित किया और कहा कि, तकनीक के क्षेत्र में भी बड़े कदम उठाए जा रहे हैं. नई शिक्षा नीति इसमें कई अवसर प्रदान करती है.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *