31 जनवरी से राजस्थान विधानसभा का बजट सत्र शुरू होने जा रहा. बजट सत्र की सभी तैयारियां लगभग पूरी हो गई हैं. सदन शांतिपूर्ण और नियमानुसार चले इसको लेकर सर्वदलीय बैठक भी हुई. हालांकि, पूर्ववर्ती सरकार की योजनाओं को बंद करने, नाम बदलने, कानून व्यवस्था सहित कई मुद्दों विपक्ष सत्ता पक्ष को घेरने की रणनीति बना रहा है. सत्ता पक्ष ने भी विपक्ष पर जवाबी हमले की तैयारी शुरू कर दी. यही वजह है कि सीएम भजनलाल शर्मा ने बजट सत्र शुरू होने से ठीक एक दिन पहले गुरुवार को दोपहर 2 बजे मुख्यमंत्री निवास पर विधायक दल की बैठक बुलाई है. इस बैठक में सदन की कार्यवाही के विपक्ष के आरोपों और सवालों के जवाब को लेकर रणनीति बनेगी.
संसदीय कार्यमंत्री जोगाराम पटेल ने बताया कि विधायक दल की बैठक में आगामी विधानसभा सत्र की तैयारियों के संबंध में चर्चा के साथ ही विधायकों को सत्र के संबंध में ई-प्रेजेंटेशन भी दिया जाएगा. संसदीय कार्यमंत्री ने बताया कि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में राज्य सरकार ने पिछले 1 वर्ष में प्रदेश में विकास के नए आयाम स्थापित किए हैं. राज्य सरकार ने अपने पहले ही साल में जन-आकांक्षाओं और विकसित राजस्थान के सामंजस्य के साथ सर्वजनहिताय बजट प्रस्तुत किया था और बजट घोषणाओं की त्वरित क्रियान्विति की जा रही है.
उन्होंने कहा कि हमारी सरकार जनहित की इस प्रक्रिया को निरंतर जारी रखेगी. उन्होंने बताया कि सत्ता पक्ष सदन की स्वस्थ परम्परा को कायम रखेगा और हम जनहित के मुद्दों पर सकारात्मक रवैया के साथ तैयार है. यह प्रसन्नता का विषय है कि हमारी सरकार के पास एक साल का शानदार परफॉर्मेंस कार्ड है और इसी के साथ हम विधानसभा में भाग लेंगे.
दरअसल, पूर्ववर्ती सरकार की योजनाओं को बंद करने और नाम बदलने को लेकर पहले से ही आरोप प्रत्यारोप का दौर जा रही है. ऐसे में माना जा रहा है विधानसभा सत्र शुरू होने के साथ विपक्ष सरकारी स्कूल बंद करने, अंग्रेजी स्कूलों की समीक्षा करने के साथ ईआरसीपी एमओयू सार्वजनिक करने, कानून व्यवस्था सहित आमजन से जुड़े मुद्दों पर सदन में जम कर हंगामा होगा. विपक्ष लगातार सरकार को घेरने की रणनीति पर काम कर रहा है.