उत्तर प्रदेश: कौशल विकास और उससे जुड़े कामों का ही असर है, कि आज जापान जैसे बड़ा देश उत्तर प्रदेश के युवाओं को अपने यहां पर स्किल लेबर के तौर पर बुलाने की मांग कर रहा है. मुख्यमंत्री ने कहा कि बीते दिनों जापान का एक प्रतिनिधिमंडल उनसे मिलने आया था और उसने उत्तर प्रदेश के स्किल्ड युवाओं को अपने देश में काम करने के लिए भेजने की बात कही थी. बीते 8 साल में कौशल विकास के क्षेत्र में उत्तर प्रदेश की स्थिति में बहुत बड़ा बदलाव आया है. आज उत्तर प्रदेश देश-विदेश को स्किल मैनपॉवर सप्लाई करने में सक्षम बनता जा रहा है’. यह बातें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में विश्व कौशल दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में कही.
विश्व कौशल दिवस के अवसर पर प्रदेश के सभी 75 जिलों के कौशल विकास प्रशिक्षण केंद्रों में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से जुड़े प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले छात्रों के लिए कौशल मेले का उद्घाटन किया गया. इस अवसर पर उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों में प्रशिक्षण प्राप्त करके स्वरोजगार और बेहतर प्लेसमेंट पाने वाले 11 प्रशिक्षणार्थियों को मुख्यमंत्री ने मंच से सम्मानित भी किया. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यह मेरे लिए व्यक्तिगत खुशी की बात है, कि एआई और डिजिटल स्किल के माध्यम से युवा सशक्तिकरण में उत्तर प्रदेश लगातार आगे बढ़ता जा रहा है.
मुख्यमंत्री ने कहा प्रदेश में 2 करोड़ युवाओं को मोबाइल व टैबलेट देने का काम किया जा रहा है. इसमें अब तक सरकार 50 लाख से अधिक युवाओं को टैबलेट और मोबाइल दे चुकी है. इसके अलावा टाटा के माध्यम से प्रदेश में 8000 करोड़ रुपए का इन्वेस्टमेंट आया है. इसमें प्रदेश के 171 आईटीआई को आज की इंडस्ट्री के हिसाब से अपग्रेड किया जा चुका है. 62 आईटीआई को अपडेट करने का काम चल रहा है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि इसके साथ ही युवाओं को स्किल प्राप्त करने के बाद उन्हें स्वरोजगार शुरू करने के लिए प्रधानमंत्री इंटर्नशिप योजना और मुख्यमंत्री लोन योजना जैसे महत्वपूर्ण योजनाएं उत्तर प्रदेश में शुरू की गई हैं. इसके माध्यम से युवा उत्तर प्रदेश में अपने सपनों को पूरा करने के लिए ₹500000 तक का लोन बिना किसी गारंटी ले सकता है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हमारा लक्ष्य युवाओं को स्किल देकर नौकरी करने के साथी ऐसे युवाओं को आगे बढ़ाना है, जो दूसरे युवाओं को नौकरी देने में सक्षम हों.