हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी रविवार 20 जुलाई को उत्तराखंड के दौरे पर थे. इस दौरान मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी देहरादून भी आए और उन्होंने उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी से उनके सरकारी आवास पर मुलाकात भी की. सीएम पुष्कर सिंह धामी ने भी देहरादून में हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी का स्वागत किया.
इस मौके पर सीएम पुष्कर सिंह धामी ने हरियाणा सीएम नायब सिंह सैनी को चारधाम के प्रसाद के साथ ही देवभूमि उत्तराखंड के अंब्रेला ब्रांड “हाउस ऑफ हिमालया” के स्थानीय उत्पाद भी भेंट किए. इस दौरान दोनों प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों के बीच दोनों राज्यों के हितों से संबंधित विभिन्न समसामयिक विषयों पर चर्चा हुई.
वहीं हरियाणा सीएम नायब सिंह सैनी कांवड़ यात्रा को लेकर एक महत्वपूर्ण बयान दिया है. उन्होंने कहा कि कांवड़ यात्रा भगवान शिव की भक्ति का प्रतीक है, जिसमें देशभर से श्रद्धालु हजारों किलोमीटर दूर से मां गंगा का पवित्र जल लाकर अपने गांव, शहर या मोहल्ले में शिवलिंग का अभिषेक करते हैं.
सीएम सैनी ने कहा कि कांवड़ केवल धार्मिक यात्रा नहीं है, बल्कि ये आस्था, समर्पण और अनुशासन का पर्व है. साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि यदि कोई शरारती तत्व इस (कांवड़ यात्रा) श्रद्धा की आड़ में उपद्रव फैलाने की कोशिश करता है, तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने जनता से अपील की कि सभी यात्रा की गरिमा बनाए रखें और शांतिपूर्वक इसे संपन्न करें.
वहीं आध्यात्मिक गुरु महंत लोकेश दास ने भी आज सीएम पुष्कर सिंह धामी से मुलाकात की. उन्होंने उत्तराखंड सरकार के ऑपरेशन कालनेमि की तारीफ की. साथ ही कहा कि आज वो कालनेमि ऑपरेशन के संबंध में मुख्यमंत्री से मिले थे. इसके अलावा उन्होंने धामी सरकार के उस फैसले की भी सराहना की है, जिसमें स्कूलों में भगवद गीता और रामायण के वाचन को अनिवार्य करने के फैसले लिया गया है.
महंत लोकेश दास ने कहा कि मुख्यमंत्री धामी ने हर सरकारी स्कूल में श्रीमद्भगवद्गीता और रामचरित मानस की चौपाई पढ़ाना अनिवार्य कर दिया है. इसके लिए हम उनका आभार व्यक्त करते हैं. शिक्षा और संस्कार साथ-साथ चलने चाहिए. शिक्षा के साथ संस्कार के बिना जीवन निरर्थक है