पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान 79वें स्वतंत्रता दिवस पर फरीदकोट में आयोजित होने वाले राज्य स्तरीय समारोह के दौरान राष्ट्रीय ध्वज फहराएंगे.
आज यहां यह जानकारी देते हुए मुख्यमंत्री कार्यालय के प्रवक्ता ने बताया कि भगवंत सिंह मान ने विभिन्न जिला मुख्यालयों पर स्वतंत्रता दिवस समारोह की अध्यक्षता के लिए अपने मंत्रिमंडल सहयोगियों को भी जिम्मेदारी सौंपी है.
प्रवक्ता ने आगे बताया कि पंजाब विधानसभा के स्पीकर कुलतार सिंह संधवां फिरोजपुर में, उपाध्यक्ष जय किशन रोड़ी फाजिल्का में, वित्त मंत्री हरपाल चीमा रूपनगर में, नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री अमन अरोड़ा लुधियाना में, सामाजिक न्याय मंत्री डॉ. बलजीत कौर एस.बी.एस. नगर में, उद्योग मंत्री संजीव अरोड़ा संगरूर में, स्वास्थ्य मंत्री डॉ. बलबीर सिंह अमृतसर में, आवास निर्माण एवं शहरी विकास मंत्री हरदीप सिंह मुंडियां गुरदासपुर में, खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री लाल चंद कटारूचक्क तरन तारन में, परिवहन मंत्री लालजीत सिंह भुल्लर मानसा में, शिक्षा मंत्री हरजोत सिंह बैंस मोगा में, खनन मंत्री बरिंदर गोयल बठिंडा में, ग्रामीण विकास मंत्री तरुनप्रीत सिंह सौंद जालंधर में, स्थानीय निकाय मंत्री रवजोत सिंह पठानकोट में, कृषि मंत्री गुरमीत सिंह खुड्डियां एस.ए.एस. नगर में, बागवानी मंत्री मोहिंदर भगत होशियारपुर में और लोक निर्माण मंत्री हरभजन सिंह ई.टी.ओ. पटियाला में राष्ट्रीय ध्वज फहराएंगे.
मुख्यमंत्री ने कहा कि विभाजन का दर्द भी सबसे ज्यादा पंजाब को झेलना पड़ा। आज पंजाब प्रगति के रास्ते पर है। उन्होंने बताया कि डेढ़ साल के कार्यकाल में पंजाब सरकार ने ऐसा किया जो आज़ादी के बाद कभी नहीं हुआ। पंजाब में हर परिवार का 10 लाख तक का स्वास्थ्य बीमा किया जा रहा है, जो 2 अक्टूबर से लागू होगा। इसमें कोई फॉर्म नहीं भरना होगा, कोई बड़ा काम नहीं करना होगा, बस आधार कार्ड और वोटर कार्ड लेकर जाना होगा। उन्होंने बताया कि 552 प्राइवेट और सभी सरकारी अस्पताल इस योजना से जुड़े हैं, जबकि 500 और अस्पताल जोड़ने की प्रक्रिया चल रही है। अगर परिवार में कोई बीमार होता है तो उसकी सारी चिकित्सा खर्च पंजाब सरकार उठाएगी। इस योजना में सभी लोग शामिल हैं, कोई आय सीमा नहीं, कोई विशेष श्रेणी नहीं, बस पंजाब का नागरिक होना आवश्यक है। पंजाब के लगभग 3 करोड़ लोग इस योजना का लाभ प्राप्त करेंगे।इसके अलावा 881 आम आदमी क्लीनिक चल रहे हैं, जहां रोजाना लगभग 70,000 लोग इलाज करवा रहे हैं। 200 और क्लीनिक खोले जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने आगे बताया कि स्कूल ऑफ़ एमीनेन्स खोले जा रहे हैं। बच्चों ने तीन साल में परिणाम देना शुरू कर दिया है। उन्हें यह बताते हुए खुशी हो रही है कि भारत सरकार के नेशनल अचीवमेंट सर्वे 2017 में पंजाब 29वें स्थान पर था, जबकि 2025 में पहले स्थान पर है। पंजाब ने केरल को भी पीछे छोड़ दिया है। पहले केरल पहले स्थान पर था, लेकिन अब हम उसे पीछे छोड़ चुके हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि 8वीं, 10वीं और 12वीं कक्षा के परिणामों में हर साल लड़कियां शीर्ष स्थान पर रही हैं। फरीदकोट की होनहार छात्रा नवजोत कौर ने 8वीं कक्षा में पूरे राज्य में पहला स्थान हासिल किया, वहीं फरीदकोट की अक्सनूर ने 10वीं में पहला स्थान प्राप्त किया। इसी जिले की दलजीत कौर ने 12वीं में दूसरा स्थान हासिल किया।