इस साल पहला प्रवासी राजस्थानी दिवस का आयोजन जयपुर में 10 दिसंबर को किया जाएगा. मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने बुधवार को मुख्यमंत्री निवास पर प्रवासी राजस्थानी दिवस के लोगो का अनावरण किया. इस दिवस को सफल बनाने की दिशा में 26 सितंबर को हैदराबाद में मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में प्रवासी राजस्थानी मीट का आयोजन किया जाएगा. वहीं, जीएसटी स्लैब में हुए बदलाव के बाद राज्य सरकार 22 से 29 सितंबर तक आयोजित हो रहे जीएसटी बचत उत्सव का आयोजन कर रही है. इस अभियान तहत मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने वीडियो संदेश जारी कर प्रदेश वासियों से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के वोकल फॉर लोकल को प्रोत्साहन देने और स्वदेशी वस्तुओं की खरीद की अपील की है.
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने प्रवासी राजस्थानी दिवस के लोगो का अनावरण किया. मुख्यमंत्री ने गत वर्ष दिसंबर में राइजिंग राजस्थान ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट के दौरान हर वर्ष 10 दिसंबर को प्रवासी राजस्थानी दिवस मनाने की घोषणा की थी. इसी क्रम में इस साल प्रथम प्रवासी राजस्थानी दिवस का आयोजन जयपुर में 10 दिसंबर को किया जाएगा. इस दिवस को सफल बनाने की दिशा में 26 सितंबर को हैदराबाद में मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में प्रवासी राजस्थानी मीट का आयोजन किया जाएगा.
मुख्यमंत्री ने हैदराबाद में होने वाली प्रवासी राजस्थानी मीट की तैयारियों को लेकर आयोजित बैठक में अधिकारियों को कार्यक्रम के सफल क्रियान्वयन के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए. सीएम ने कहा कि इस आयोजन से प्रवासी राजस्थानियों, निवेशकों एवं सरकारी प्रतिनिधियों को एक साझा मंच मिलेगा, जिससे आपसी संबंध और मजबूत होंगे और औद्योगिक सहयोग व निवेश की नई संभावनाएं बनेगी. इस कार्यक्रम का व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाए, ताकि अधिक से अधिक प्रवासी राजस्थानी इसमें भागीदारी कर सकें.
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार ने जीएसटी स्लैब में सरलीकरण करते हुए दरों में कमी की है. इस कमी का लाभ प्रदेश के ज्यादा से ज्यादा लोगों को मिले, इसके लिए राज्य सरकार 22 से 29 सितंबर तक ‘जीएसटी बचत उत्सव’ का आयोजन कर रही है. उन्होंने व्यापारी और दुकानदारों से उपभोक्ताओं तक जीएसटी दरों में कटौती का पूरा लाभ पहुंचाने की अपील है. सीएम ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने स्वतंत्रता दिवस पर जीएसटी सरलीकरण की घोषणा की थी, जिसके अनुसार 22 सितंबर से देश में अब जीएसटी की मुख्य रूप से दो दरें 5 और 18 प्रतिशत प्रभावी हो गई है.
इस निर्णय से दैनिक जरूरत की वस्तुओं में भारी कमी आई है. उन्होंने कहा कि गरीब, किसान, मध्यम वर्ग, व्यापारी और उद्योग जगत सहित सभी वर्ग इस सरलीकरण लाभान्वित होंगे और उन्हें आर्थिक संबल मिलेगा. मुख्यमंत्री ने आमजन से प्रधानमंत्री के ‘वोकल फॉर लोकल’ के संकल्प को साकार करने की दिशा में स्वदेशी वस्तुओं को अपनाने का आह्वान किया है.