सीएम भजनलाल बोले- भ्रष्टाचारी को बुढ़ापे में बेटा भी पानी नहीं पिलाता, तीन पीढ़ियां होती हैं खराब

भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) का स्थापना दिवस मंगलवार को मनाया जा रहा है. जयपुर के आरआईसी में राज्यस्तरीय कार्यक्रम का आयोजन हुआ. इसमें मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि भ्रष्टाचार की डोर जुड़ती है तो तीन पीढ़ियों तक इसका असर पड़ता है. उन्होंने कहा कि जो लोग भ्रष्टाचार में लिप्त रहते हैं. उन्हें बुढ़ापे में बेटा भी पानी नहीं पिलाता है. यह भ्रष्टाचार मुक्त राजस्थान के संकल्प को मजबूत करने का दिन है. भ्रष्टाचार देश की तरक्की में बाधक है. यह योजनाओं को जमीनी स्तर तक नहीं पहुंचने देता है. इसका सबसे बुरा असर अंतिम पंक्ति में बैठे व्यक्ति पर पड़ता है.

उन्होंने कहा कि पहले भ्रष्टाचार का आकार सीमित था. अब भ्रष्टाचार का आकार बढ़ा है. इसकी चिंता हर व्यक्ति को सता रही है. इस बुराई को मिटाने के लिए सबको लड़ाई लड़नी होगी. सीएम ने कहा, भ्रष्टाचार दो तरह से आता है. जो घर में गलत करता है, वो बाहर भी गलत करेगा और जो बाहर बुरा करता है. वह घर में भी बुरा करेगा. इस बुराई को मिटाने के लिए सबको लड़ाई लड़नी होगी. एसीबी के अधिकारियों से उन्होंने अपील की कि काम करने से पहले गरीब, युवा और महिलाओं की तरफ देखना होगा. उनकी पीड़ा समझनी होगी. भ्रष्टाचार उनका हक खा रहा है. जनकल्याणकारी योजनाओं का अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाने के लिए भ्रष्टाचार मुक्त शासन आवश्यक है.

उन्होंने कहा, भाजपा सरकार ने भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस कि नीति अपनाई है. लोकसेवकों के खिलाफ अभियोजन स्वीकृति पर तेजी से निर्णय लिया जा रहा है. सेवारत अधिकारियों की सेवा खत्म करने और पेंशन रोकने के निर्णय लिए हैं. भ्रष्टाचारियों को बख्शा नहीं जाएगा. एसीबी ने अपने ही एएसपी को गिरफ्तार कर साबित किया कि जीरो टॉलरेंस की नीति पर काम हो रहा है. उन्होंने कहा, अधिकारियों को दबाव में आने की जरूरत नहीं है. कोई व्यक्ति कानून से ऊपर नहीं है. अपने तंत्र को मजबूत करना जरूरी है. साधन संसाधन और मैनपावर जरूरी है.
आमजन का भरोसा किसी कीमत पर नहीं टूटना चाहिए. वे बोले, कभी-कभी बाड़ ही खेत को खाने लगती है. ऐसे हालात में कुछ नहीं बचेगा.
सीएम ने कहा, एसीबी के हेल्पलाइन नंबर 1064 का ज्यादा से ज्यादा प्रचार प्रसार किया जाना चाहिए. यह लंबी लड़ाई है, जिसमें हर व्यक्ति की भागीदारी जरूरी. नैतिक मूल्यों में गिरावट चिंता का विषय है. भ्रष्टाचारी को बुढ़ापे में बेटा या नौकर भी पानी नहीं पिलाएगा. भ्रष्टाचारी की क्या दुर्दशा हुई है. यह हम देखते हैं. वो एसीबी की नजर से बच सकता है, लेकिन कोई और भी है जो सब देख रहा है. भ्रष्टाचार की डोर से जुड़ने पर तीन पीढ़ियों का जीवन खराब होता है.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *