स्वच्छ सर्वेक्षण 2024 में चंडीगढ़ को सुपर स्वच्छ लीग सिटीज में देश भर में दूसरा स्थान मिला है. 3 से 10 लाख आबादी वाले शहरों की श्रेणी में यह रैंकिंग मिला है. इस उपलब्धि के लिए गुरुवार को नई दिल्ली में एक समारोह के दौरान राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के हाथों चंडीगढ़ के प्रशासक गुलाब चंद कटारिया और मेयर हरप्रीत कौर बबला ने संयुक्त रूप से पुरस्कार ग्रहण किया. मौके पर सचिव मनदीप सिंह बरार और चंडीगढ़ नगर निगम के कमिश्नर अमित कुमार भी मौजूद थे.
केंद्रीय आवासन और शहरी कार्य मंत्रालय की ओर से हर साल भारत के शहरी इलाके में स्वच्छता की रैंकिंग के लिए एक सर्वे कराया जाता है. स्वच्छ सर्वेक्षण 2024 की रिपोर्ट के आधार पर चंडीगढ़ ने लंबी छलांग लगाई. स्वच्छ सर्वेक्षण 2023 में 11वें स्थान से एक साथ के भीतर चंडीगढ़ दूसरे स्थान पर पहुंच गया. निगम के अधिकारियों और कर्मचारियों की मेहनत, साफ-सफाई पर फोकस और नियमों को तोड़ने वालों पर नजर रखने के लिए ऑनलाइन निगरानी तंत्र से रैंकिंग में गुणात्मक सुधार हुआ.
स्वच्छ सर्वेक्षण की रैंकिंग के मुख्य आधारः
- संपूर्ण स्वच्छता
- वाटर प्लस प्रमाणन
- सौंदर्यीकरण अभियान
- गार्बेज फ्री सिटी स्टार रेटिंग
- ओपन डिफिकेशन फ्री (ODF) स्टेटस
चंडीगढ़ के प्रशासक गुलाब चंद कटारिया ने कहा कि यह राष्ट्रीय पहचान चंडीगढ़ की सामूहिक भावना और स्वच्छता के प्रति संकल्प को दर्शाती है. इसी उत्साह के साथ आगे बढ़ते रहना होगा और चंडीगढ़ को देश का सबसे स्वच्छ शहर बनाना की ओर लगातार काम करना होगा. उन्होंने कहा कि स्वच्छ सर्वेक्षण मुहिम के तहत ने युवाओं को सशक्त बनाने, हरित नौकरियां के अवसर पैदा करने, स्वयं सहायता समूहों (SHGs) को जोड़ने, स्कूल स्तर पर पहल करने, कचरा और जीरो-वेस्ट सोसाइटी को प्रोत्साहित करने और जागरूकता अभियानों में अहम भूमिका निभाई है.
मेयर हरप्रीत कौर बबला ने सभी पार्षदों, पूर्व मेयरों और शहरवासियों को धन्यवाद देते हुए कहा कि हम सभी मिलकर एक स्वच्छ, हरित और स्वस्थ चंडीगढ़ बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं. वहीं, नगर निगम आयुक्त अमित कुमार ने सभी पूर्व आयुक्तों के योगदान को याद करते हुए कहा कि उनकी दूरदर्शिता और समर्पण ने इस उपलब्धि की मजबूत नींव रखी है. उनकी विरासत आज भी हमारे प्रयासों को प्रेरित करती है.