दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एक दिवसीय बिहार दौरे पर आए. मोतिहारी में जनसभा को संबोधित करते हुए बिहार से लेकर बंगाल तक को साधने की कोशिश की. चूंकि बिहार में जाति की राजनीति होती रही है, ऐसे में पीएम ने पिछड़ों पर फोकस किया. वह जानते हैं, अगर पिछड़ा और अति पिछड़ा एनडीए के साथ हो जाए तो सत्ता के सिंहासन पर फिर से कब्जा होगा.
पीएम मोदी ने कहा कि 21वीं सदी में दुनिया बहुत तेजी से आगे बढ़ रही है. एक समय जो ताकत केवल पश्चिमी देशों के वास होती थी, उसमें अब पूरब के देशों का दबदबा और भागीदारी बढ़ रही है. पूरब के देश अब विकास की नई रफ्तार पकड़ रहे हैं. जैसे दुनिया में पूर्वी देश विकास की दौड़ में आगे जा रहे हैं, वैसे ही भारत में ये दौर हमारे पूर्वी राज्यों का है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राजेंद्र नगर टर्मिनल (पटना) से नई दिल्ली, बापूधाम मोतिहारी से दिल्ली (आनंद विहार टर्मिनल), दरभंगा से लखनऊ (गोमती नगर) और मालदा टाउन से लखनऊ (गोमती नगर) वाया भागलपुर के बीच 4 नई अमृत भारत ट्रेनों को हरी झंडी दिखाई. प्रधानमंत्री मोदी ने बिहार के मोतिहारी में 7,200 करोड़ रुपये से अधिक की कई विकास परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन किया.
पीएम ने कहा कि आज बिहार में इतनी तेजी से काम इसलिए हो रहा है, क्योंकि केंद्र और राज्य में बिहार के लिए काम करने वाली सरकार है. जब केंद्र में कांग्रेस और RJD की सरकार थी, तो UPA के 10 साल में बिहार को सिर्फ 2 लाख करोड़ रुपये के आसपास मिले. यानी नीतीश कुमार की सरकार से ये लोग बदला ले रहे थे.
पीएम मोदी ने कहा कि, नीतीश कुमार की सरकार ने यहां लाखों युवाओं को पूरी पारदर्शिता के साथ सरकार में नियुक्ति भी दी है और नीतीश जी ने अभी बिहार के नौजवानों के रोजगार के लिए नए निश्चय भी लिए हैं. केंद्र सरकार कंधे से कंधा मिलाकर उनका साथ दे रही है.
प्रधानमंत्री ने कहा कि आज बिहार आगे बढ़ रहा है. इसके पीछे सबसे बड़ी ताकत बिहार की माताओं बहनों की है. NDA द्वारा उठाए जा रहे एक-एक कदम का महत्व बिहार की माताएं-बहनें अच्छी तरह समझती हैं.