उत्तर प्रदेश: लखनऊ-कानपुर हाईवे पर स्थित नवाबगंज क्षेत्र में देश के पहले आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) ऑगमेंटेड मल्टीडिसिप्लिनरी विश्वविद्यालय का शनिवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उद्घाटन किया. इस दौरान सीएम योगी ने कहा कि इसे आधुनिक भारत के निर्माण की दिशा में एक मील का पत्थर करार देते हुए कहा कि यह विश्वविद्यालय न केवल उत्तर प्रदेश, बल्कि पूरे देश को राष्ट्रीय और वैश्विक स्तर पर नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने में अहम भूमिका निभाएगा.
मुख्यमंत्री ने को संबोधित करते हुए कहा कि यह यूनिवर्सिटी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रेरणा से चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी द्वारा स्थापित की गई है. यह एआई (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) की आधुनिक तकनीकों के साथ पुरातन भारतीय ज्ञान परंपरा का भी संगम प्रस्तुत करेगी. यह संस्थान राष्ट्रीय शिक्षा नीति के बहुविषयी दृष्टिकोण को आत्मसात करेगा और मल्टीडिसिप्लिनरी लर्निंग, अनुसंधान और इनोवेशन को बढ़ावा देगा. मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि यह भूमि चंद्रिका देवी मंदिर जैसे तीर्थस्थलों, स्वतंत्रता सेनानी राजा राव रामबख्श सिंह की वीरगाथा और पं. प्रतापनारायण मिश्र, निराला, हसरत मोहानी, डॉ. शिवमंगल सिंह सुमन जैसे साहित्य मनीषियों की जन्मस्थली रही है. अब यह जनपद तकनीकी क्रांति की ओर कदम बढ़ा रहा है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि शिक्षण संस्थानों को अब केवल पढ़ाई तक सीमित नहीं रहना चाहिए. उन्हें करियर मार्गदर्शन और जीवन निर्माण के मंच के रूप में कार्य करना होगा. युवाओं को सरकारी योजनाओं की जानकारी, इंडस्ट्री के अनुकूल कौशल और सही दिशा देने का काम अब इन संस्थानों को करना होगा. अब शिक्षा केवल ज्ञान का संप्रेषण नहीं, बल्कि युवा निर्माण का माध्यम बने. सीएम योगी ने कहा कि प्रदेश के 60 लाख से अधिक युवाओं को टैबलेट और स्मार्टफोन वितरित कर डिजिटल रूप से सशक्त किया गया है. इसके परिणामस्वरूप शैक्षणिक गुणवत्ता में प्रतिस्पर्धा बढ़ी है। राज्य के छह विश्वविद्यालयों को ए डबल प्लस और दो को ए प्लस ग्रेड मिला है, जबकि एनआईआरएफ रैंकिंग में भी काफी सुधार हुआ है.
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पिछले 8 वर्षों में राज्य में 23 नए निजी विश्वविद्यालय और 6 राज्य विश्वविद्यालय स्थापित किए गए हैं. अब प्रदेश में कुल 47 निजी विश्वविद्यालय कार्यरत हैं. ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में विश्वविद्यालय स्थापना की नीति को समान अवसर देने वाला बनाकर उच्च शिक्षा को व्यापक किया गया है. राज्य को देश का पहला आयुष विश्वविद्यालय, पहली मेडिकल यूनिवर्सिटी और स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी भी मिल चुकी है.
सीएम योगी ने कहा कि लखनऊ में स्थापित हो रही एआई सिटी परियोजना से चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी के छात्र सबसे अधिक लाभान्वित होंगे. इस प्रोजेक्ट से 50,000 से अधिक रोजगार के अवसर और 400 से अधिक कंपनियों की भागीदारी होगी. आईबीएम इसमें एआई केंद्र स्थापित करेगा. यह छात्रों को वैश्विक प्रतिस्पर्धा के लिए तैयार करेगा.उत्तर प्रदेश बना स्टार्टअप हबः सीएम ने कहा कि उत्तर प्रदेश देश का तीसरा सबसे बड़ा स्टार्टअप हब है. यहां 7,200 से अधिक स्टार्टअप्स सक्रिय हैं और 1 लाख से ज्यादा रोजगार सृजित हुए हैं. राज्य में अब 8 यूनिकॉर्न भी स्थापित हो चुके हैं. यह परिवर्तन राज्य में बने सुरक्षित, पारदर्शी और निवेश अनुकूल वातावरण का प्रमाण है.