भारी बारिश से लक्सर में बाढ़ जैसे हालात, सीएम धामी ने किया प्रभावित क्षेत्रों का दौरा

उत्तराखंड: इस वक्त पूरा उत्तराखंड बारिश से बेहाल हो रखा है. पहाड़ी इलाकों में आसमान से आफत बरस रही है तो वहीं मैदानी इलाकों में बाढ़ ने परेशानी बढ़ा रखी है. हरिद्वार जिले का लक्सर इलाका इस समय बाढ़ से त्रस्त है. मंगलवार को सीएम पुष्कर सिंह धामी ने ट्रैक्टर से लक्सर के बाढ़ ग्रस्त इलाकों का दौरा किया.

बता दें कि लक्सर में गंगा से लगे गांवों में इन बाढ़ का पानी घुस गया है, जिस कारण ग्रामीणों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. बाढ़ के पानी की वजह से किसानों की फसल भी बर्बाद हो गई है. महाराजपूर से गंगदासपूर तक गंगा ने काफी नुकसान पहुंचाया है. इसीलिए सीएम धामी ने पूर्व विधायक संजय गुप्ता की मांग पर महाराजपूर से गंगदासपूर तक करीब पांच किमी लंबे तटबंधों की मरम्मत की स्वीकृति दी है.

Laksar

इस दौरान सीएम धामी ने बाढ़ प्रभावित परिवारों से सीधे संवाद किया और उन्हें हर संभव मदद का भरोसा दिया. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि राज्य सरकार संकट की इस घड़ी में पूरी मजबूती से जनता के साथ खड़ी है. राहत और बचाव कार्यों में किसी भी तरह की कमी नहीं रहने दी जाएगी. मुख्यमंत्री धामी ने अधिकारियों को राहत और पुनर्वास कार्यों को तेज़ करने के स्पष्ट निर्देश दिए. साथ ही आपदा प्रभावित क्षेत्रों में जरूरतमंदों तक त्वरित सहायता पहुंचाने और किसी भी समस्या का तुरंत समाधान सुनिश्चित करने को कहा.

ऐसे ही कुछ स्थिति उधम सिंह नगर जिले के खटीमा इलाके में बनी हुई है. यहां भी नेपाल सीमा से लगे गांवों में भारी बारिश के बाद जलभराव की समस्या देखने को मिल रही है. खटीमा तहसील क्षेत्र की नेपाल सीमा पर शारदा नदी के ओवरफ्लो होने से पानी ग्रामीण इलाको में घुस गया है,. जिससे कई गांव जलमग्न हो गए. प्रशासन के अधिकारी जहां लगातार इन इलाकों का दौरा कर आपदा राहत कार्य कर रहे है. वही क्षेत्रीय विधायक भुवन कापड़ी ने भी इंडो नेपाल सीमा पर बाढ़ आपदा प्रभावित इलाकों का दौरा कर स्थिति का जायजा लिया है.

लगातार भारी बारिश के चलते लोग घरों में कैद हैं. घर खेत खलियान पूरी तरह से जलमग्न हैं. किसानों की हजारों एकड़ फसलें जलमग्न हो गई है और भारी नुकसान की आशंका जताई जा रही है. इधर इंडो नेपाल सीमा स्थित शारदा नदी ने भी विकराल रूप ले लिया है. शारदा नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है. ऐसे में ग्रामीण काफी चिंतित और परेशान हैं.

इधर स्थानीय प्रशासन भी लगातार बाढ़ ग्रस्त क्षेत्रों में अपनी नजर बनाए हुए हैं. उप जिलाधिकारी तुषार सैनी और तहसीलदार वीरेंद्र सजवाण ने अपनी टीम के साथ इंडो नेपाल सीमा स्थित मेलाघाट क्षेत्र में बाढ़ प्रभावितों व शारदा नदी के बढ़ते हुए जल स्तर का स्थलीय निरीक्षण किया. उन्होंने बाढ़ पीड़ितों से मुलाकात कर स्थिति का जायजा लिया. वहीं खटीमा विधायक और उप नेता प्रतिपक्ष भुवन चंद्र कापड़ी ने भी मेलाघाट के बाढ़ क्षेत्रों का स्थलीय निरीक्षण किया. बाढ़ प्रभावितों से मिलकर उनको हर संभव मदद दिलाने का आश्वासन दिया. वहीं उन्होंने शारदा नदी में पीचिंग और तटबंध बनाने हेतु सिंचाई विभाग तथा उत्तराखंड सरकार को अवगत कराने की बात कही.

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