मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा रविवार को ब्रजभूमि के डीग पहुंचे. यहां उन्होंने श्रीजड़खोर गोधाम में श्रीकृष्ण-बलराम गो-आराधन महोत्सव में भाग लिया. इस दौरान उन्होंने कहा कि गाय और गंगा हमारी संस्कृति है. सीएम ने गौशालाओं के लिए अनुदान बढ़ाने और धार्मिक स्थलों के विकास के लिए राज्य सरकार द्वारा किए जा रहे महत्वपूर्ण कार्यों की जानकारी दी. साथ ही अपनी दिनचर्या साझा करते हुए गौ सेवा के प्रति अपनी आस्था व्यक्त की.
सीएम शर्मा ने मंच से कहा कि प्रदेशभर से गौशालाओं को मिलने वाले अनुदान की कमी की शिकायतें उनके पास आई थी. इस पर उनकी सरकार ने गायों का अनुदान बढ़ाकर 50 रुपए प्रति और बछड़ों के लिए 25 रुपए प्रति कर दिया. उन्होंने बताया कि बेसहारा गायों की देखभाल के लिए विशेष योजना लागू की गई है. बैल से खेती करने वाले किसानों को 30 हजार रुपए का अनुदान दिया जा रहा है. मुख्यमंत्री ने केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नेतृत्व में राम मंदिर निर्माण जैसे कई महत्वपूर्ण कार्य हुए. राजस्थान सरकार भी उसी राह पर धर्म और संस्कृति के संरक्षण के लिए काम कर रही है.
उन्होंने कहा कि खाटू श्यामजी धाम के विकास के लिए 100 करोड़ रुपए स्वीकृत किए गए हैं. साथ ही ब्रज से कृष्ण गमन पथ का निर्माण किया जा रहा है, ये वही मार्ग है, जिससे होकर भगवान श्रीकृष्ण शिक्षा ग्रहण करने संदीपन आश्रम पहुंचे थे. सीएम शर्मा ने संत समाज को नमन करते हुए कहा कि हमारी गाय और संस्कृति के लिए संत जो कहेंगे. वही हमारी सरकार करेगी. संत, महंत और गुरु का सम्मान करना हमारा धर्म है. भागवत कथा साक्षात भगवान श्रीकृष्ण हैं. हमें कथा को मन से सुनना चाहिए और उसके अनुरूप आचरण करना चाहिए.
मुख्यमंत्री ने अपने निजी जीवन की दिनचर्या साझा करते हुए कहा, ‘सीएम हाउस में मैं बाद में गया, पहले मेरी गाय गई. आज भी मेरा दिन गाय को रोटी खिलाने के बाद ही शुरू होता है.’ जड़खोर धाम के बाद मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा हेलीकॉप्टर से पूंछरी का लौठा पहुंचे. यहां उन्होंने श्रीनाथ जी मंदिर और फिर मुकुट मुखारविंद में पूजा अर्चना की.