महंत दिव्या गिरी, लखनऊ के प्रसिद्ध मनकामेश्वर मंदिर की महंत हैं। वे जूना अखाड़ा की महिला इकाई ‘सन्यासिनी श्री पंचदशनाम जूना अखाड़ा’ की राष्ट्रीय अध्यक्ष भी हैं। कुंभ के दौरान कल्पवास करने के साथ-साथ, वे भारतीय संस्कृति के संरक्षण में भी सक्रिय भूमिका निभाती हैं। दिल्ली विवि से मेडिकल की पढ़ाई कर चुकीं और बाद में सन्यासिनी बनी महंत दिव्या गिरी ने अदाणी समूह द्वारा महाकुंभ में चलाए जा रहे सेवाकार्यों की प्रशंसा की। बातचीत में उन्होंने महिला सशक्तिकरण को लेकर उत्तर प्रदेश सहित अन्य राज्यों में चलाए जा रहे कार्यक्रमों की भी प्रशंसा की। ज्ञातव्य है कि महाकुंभ में अदाणी समूह न केवल इस्कान के माध्यम से प्रतिदिन लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं को महाप्रसाद उपलब्ध करा रहा वहीं गीता प्रेस के सौजन्य से 1 करोड़ आरती संग्रह का निःशुल्क वितरण कर रहा। 4 दर्जन से ऊपर गोल्फ कार्ट की मुफ्त सेवा प्रतिदिन हजारों महिलाओं बुजुर्गों एवं असहाय श्रद्धालुओं का संगम स्नान सुगम कर रही है।