गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद जी ने अदाणी समूह द्वारा महाकुंभ में चलाए जा रहे सेवाकार्यों हेतु साधुवाद दिया. लोक कल्याण की कामना करते हुए उन्होंने महाकुंभ मेला क्षेत्र में अदाणी समूह द्वारा महाप्रसाद सहित अन्य कार्यों को सराहा. ज्ञातव्य है कि महाकुंभ में अदाणी समूह न केवल इस्कान के माध्यम से प्रतिदिन लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं को महाप्रसाद उपलब्ध करा रहा वहीं गीता प्रेस के सौजन्य से 1 करोड़ आरती संग्रह का निःशुल्क वितरण कर रहा. 4 दर्जन से ऊपर गोल्फ कार्ट की मुफ्त सेवा प्रतिदिन हजारों महिलाओं बुजुर्गों एवं असहाय श्रद्धालुओं का संगम स्नान सुगम कर रही है.
महामंडलेश्वर गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद जी एक शिक्षाविद, दार्शनिक, मार्गदर्शक, लेखक और योगी हैं. नैतिकता, मूल्यों, और गीता पर उनकी किताबें और व्याख्यान कई लोगों के लिए एक अध्याय बन गए हैं. ध्यान, सेवा, और मानवता के प्रति समर्पण (सत्संग, सेवा और सुमिरन) के दिव्य विचारों के लिए समर्पित ज्ञानानंद ने श्री कृष्ण कृपा सेवा समिति (संगठन) की स्थापना की. वह 1990 से लगातार ध्यान और प्रार्थनाओं के व्यावहारिक लाभ सिखा रहे हैं और दिन-प्रतिदिन जीवन की समस्याओं और उनके समाधानों के लिए प्रेरणा देते हैं। जबकि उन्होंने युवा से लेकर बूढ़ों तक को गीता का ज्ञान देने के लिए जीओ (जी.आई.ई.ओ.) गीता की स्थापना की.
इसके अलावा स्वामी ज्ञानानंद विश्व भर में गीता महोत्सव करवाते आ रहे हैं। उन्होंने मारीशस, लंदन इत्यादि में बड़े-बड़े शहरों में गीता महोत्सव का आयोजन किया है। देश विदेश में आपके अनन्य अनुयायी हैं.