उत्तर प्रदेश: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविदास महाराज की 648वीं जयंती पर कानपुर रोड पर स्थित रविदास मंदिर जाफरखेड़ा में सीएम योगी आदित्यनाथ ने पहुंचकर पूजा अर्चना की. इसके बाद कार्यक्रम में लोगों को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि श्रीमद्भगवत गीता कहती है कि ‘कर्मण्येवाधिकारस्ते मा फलेषु कदाचन, कर्म प्रधान विश्व करि राखा, जो जस करहि सो तस फल चाखा’. यानी जो जैसा करेगा, वैसे ही फल प्राप्त करेगा. इसलिए कर्म को महत्व दें. कर्म को महत्व देकर ही हम विकसित भारत की कल्पना को साकार कर सकते हैं.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि संत शिरोमणि सद्गुरु रविदास जी महाराज ने सदैव कर्म को महत्व दिया. उनका मानना था कि, मन की शुद्धि आत्मिक शुद्धि का आधार है और आत्मा शुद्ध है तो दुनिया की सभी सिद्धियां आपके पास होंगी. सीएम ने कहा कि रविदास से उनके संत मित्र ने काशी में कहा कि चलो, गंगा स्नान करके आते हैं. जिस पर उन्होंने कहा कि मेरे पास जूता सिलने का काम अधिक है.
इसे निपटाने के बाद ही जा पाऊंगा. मेरी तरफ से एक आना मां गंगा को भेंट कर देना. सहयोगी संत ने जाकर स्नान किया, फिर पूजा कर अपनी तरफ से भेंट चढ़ाया. उन्हें याद आया कि रविदास जी ने भी भेंट दिया है. उन्होंने रविदास का आना जैसे ही मां गंगा को भेंट किया, मां ने हाथ उठाकर पकड़ लिया. उन्होंने वापस आकर संत रविदास से पूछा कि यह कैसे हुआ, तब संत रविदास ने कहा कि मन चंगा तो कठौती में गंगा.
योगी ने कहा कि एक महीने में 47 करोड़ से अधिक श्रद्धालु मां गंगा, यमुना व सरस्वती की त्रिवेणी में आस्था की डुबकी लगा चुके हैं. यह क्रम 26 फरवरी तक चलेगा. उन्होंने कहा कि रविदास जी महाराज की जन्मभूमि काशी के सीर गोवर्धन को भव्य स्वरूप दे दिया. यात्री विश्रामालय बना दिया, सतगुरु भगवान रविदास की भव्य प्रतिमा रखी गई, पार्क का निर्माण कराया गया, फोरलेन कनेक्टिविटी दी गई. इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक, महापौर सुषमा खर्कवाल, विधायक नीरज बोरा, विधान परिषद सदस्य लालजी प्रसाद निर्मल, भाजपा के जिलाध्यक्ष विनय प्रताप सिंह, महानगर अध्यक्ष आनंद द्विवेदी, भाजपा नेता नीरज सिंह, पूर्व महापौर संयुक्ता भाटिया, उप्र अल्पसंख्यक आयोग के सदस्य सरदार परविंदर सिंह, मठ के पुजारी नंद महाराज, संत रविदास सेवा समिति के अध्यक्ष रामखेलावन मौजूद रहे